नश्तर

Sunday, July 31, 2011

नीतिश को नोबेल....?

Posted by मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक at 6:42 AM 2 comments:

Thursday, July 28, 2011

हिना हिंवहो हिला दिहली


Posted by मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक at 1:21 AM No comments:

Monday, July 25, 2011

लव-वर्ड पर पटना में लांडे का कहर

Posted by मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक at 4:20 AM No comments:

Saturday, July 23, 2011

सावन में नीतिश का विशेष दर्जा बम




Posted by मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक at 3:38 AM 1 comment:
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ये पवन कौन है?

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मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक
नश्तर पवन के कार्टूनों का ब्लॉग है। बिहार में सुबह सोकर उठने वाले लोग अख़बार की सुर्खियों से पहले पवन के कार्टून पर नज़र डालते हैं। इनकी भाषा में एक खांटी भदेसपन है..जो बिहार की राजनीतिक रुप से जागरुक जनता के लिए मानसिक खुराक देता है। बिहार की राजनीति के खम-पेंचों के जानकार वहां कार्टूनों की अहमियत समझ सकते हैं। राजनीतिक गलियारों के घुमाव में गरिया भी न सकने तक लाचार अवाम पवन के कार्टूनों में अपनी बात देखती रही है। पवन, शंकर आर के लक्ष्मण और सुधीर तैलंग की धारा के कार्टूनिस्ट हैं..। हमदोनों यानी मंजीत ठाकुर और कुमार आलोक खुद कार्टून तो नहीं बना सकते..लेकिन पवन के मुरीद हैं। ऐसे में पवन के कहने पर हम उनका एक ब्लॉग शुरु कर रहे हैं। जिसमें शब्दों की बजाय रेखाएं आपके साथ होंगी...
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