नश्तर

Sunday, February 28, 2010

बुरा ना मानो होली है ।









































































































































Posted by मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक at 3:16 AM 3 comments:

Friday, February 26, 2010

दादा ने होली में की लोगों की जेब ढीली







Posted by मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक at 10:25 PM No comments:

Wednesday, February 24, 2010

रेल बजट टेंशन दे गया


Posted by मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक at 9:17 PM No comments:

Tuesday, February 16, 2010

वेलेंटाइन बाबा को समर्पित कुछ कार्टून






















Posted by मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक at 12:52 AM 7 comments:

Friday, February 12, 2010

पवन के बासी कार्टून






















Posted by मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक at 3:47 AM 1 comment:

Thursday, February 4, 2010

पोलिटकल नौटंकी इन बिहार







Posted by मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक at 4:42 AM No comments:
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मंजीत ठाकुर-कुमार आलोक
नश्तर पवन के कार्टूनों का ब्लॉग है। बिहार में सुबह सोकर उठने वाले लोग अख़बार की सुर्खियों से पहले पवन के कार्टून पर नज़र डालते हैं। इनकी भाषा में एक खांटी भदेसपन है..जो बिहार की राजनीतिक रुप से जागरुक जनता के लिए मानसिक खुराक देता है। बिहार की राजनीति के खम-पेंचों के जानकार वहां कार्टूनों की अहमियत समझ सकते हैं। राजनीतिक गलियारों के घुमाव में गरिया भी न सकने तक लाचार अवाम पवन के कार्टूनों में अपनी बात देखती रही है। पवन, शंकर आर के लक्ष्मण और सुधीर तैलंग की धारा के कार्टूनिस्ट हैं..। हमदोनों यानी मंजीत ठाकुर और कुमार आलोक खुद कार्टून तो नहीं बना सकते..लेकिन पवन के मुरीद हैं। ऐसे में पवन के कहने पर हम उनका एक ब्लॉग शुरु कर रहे हैं। जिसमें शब्दों की बजाय रेखाएं आपके साथ होंगी...
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